Saturday, April 13, 2013

एक सुबह मेरी भी..........!!


उठते ही सुबह-सुबह, एक ही बात मन में आए !
हे भगवन, आज तो कही कोई काम मिल जाए !!

वरना, आज का दिन भी क्या पता कल जैसा ही चला जाएगा !
कल ही भूखा सोया था मुन्ना, आज भी कही वैसे ही सो जाएगा !!

मन में तो उठती है, आज भी बड़ी उमंग !
रहूँ खुशियों से भरपूर, मै भी सभी के संग !!

शून्य से रहा सदैव, मेरा बहुत निकट का नाता !
जब देखो तब, बेचारा बिन बुलाए है चला आता !!

किसी की सुबह, तो  होती है किसी और की शाम !
कुछ इसी तरह तो यारों, होती ये जिन्दगी तमाम !!