अनंत की ओर....!
Tuesday, January 11, 2011
आवाज दे रही....!!
चाँद की मोहक बगिया में
खिल पड़े चमकते तारे !
झरना बह रहा झर-झर
चहू ओर मस्त नज़ारे !
आओ, खो जाये अम्बर में
आवाज दे हमें पंछी प्यारे !
मोह-माया को त्याग कर
चले, नदी क़े उस किनारे !
हर साँस में खिल जायेगे
अतृप्ति क़े निशा हमारे !
3 comments:
Yashwant R. B. Mathur
January 11, 2011 at 6:42 AM
बेहतरीन!
सादर
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babanpandey
January 11, 2011 at 6:52 PM
beautiful composition
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Unknown
January 19, 2011 at 10:03 AM
Awasome.........!!
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बेहतरीन!
ReplyDeleteसादर
beautiful composition
ReplyDeleteAwasome.........!!
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