उठते ही
सुबह-सुबह, एक ही बात मन में आए !
हे भगवन, आज तो
कही कोई काम मिल जाए !!
वरना, आज का दिन
भी क्या पता कल जैसा ही चला जाएगा !
कल ही भूखा सोया
था मुन्ना, आज भी कही वैसे ही सो जाएगा !!
मन में तो उठती
है, आज भी बड़ी उमंग !
रहूँ खुशियों से
भरपूर, मै भी सभी के संग !!
शून्य से रहा सदैव, मेरा बहुत निकट का नाता !
जब देखो तब, बेचारा बिन बुलाए है चला आता
!!
किसी की सुबह, तो होती है किसी और की शाम !
कुछ इसी तरह तो यारों, होती ये जिन्दगी तमाम !!