अभी- अभी उडती हुई एक ताजा खबर आ रही है !
सरकार, अब आंसुओ पर टैक्स लगाने जा रही है !!
अब हमें ,एक-एक आंसू का हिसाब रखना होगा !
जितना रोयोगे, उतना ज्यादा टैक्स भरना होगा !!
वाह री दुनिया..... वाह मेरे नायब मुल्क ...!
दिल में रोने पर भी लगा दे उत्पादन-शुल्क !!
साँसे लेने पर, आँहे भरने पर भी " कर " चुकाना होगा !
इस देश में पैदा होने का तो फ़र्ज़ आखिर निभाना होगा !!
थक गया इन्सान अब जा जाकर मंदिरों में !
लेकिन महगाई को ना बांध पाया जंजीरों में !!
ना हँस सके हम, न रो सके हम !
तुम्ही बताओ, अब क्या करे हम !!
Haal ti afsosjanak hi hain... sateek vyngatmak kavita
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