Tuesday, February 8, 2011

रियल लव

हमने पूछा -
गुरु, लव का मायने तो समझ गए !
लेकिन रियल लव में आकर उलझ गए !!
गुरु बोले-

मूर्ख, तू कितना नादान है !
छोटी बातो से अन्जान है !
अरे, हमने ही तो रियल लव बनाया है
लोगो को य़ू ही भरमाया है
यहाँ दिखता तो सब रियल है
पर ये रियल नहीं रील है
यहाँ आकर बन जाओ, तुम भी  कृष्णा !
और मिटा लो अपनी मृगतृष्णा !   

4 comments: