Saturday, February 26, 2011

वक़्त .....?



क्यों रखे हम किसी से उम्मीद इतनी,
कि ना-उम्मीदी का सामना करना पड़े !

दो ही हाथ काफी है हमारे अपने...
वक़्त से जब-जब हमें  य़ू लड़ना पड़े !!

वक़्त पर क्यों करे गर हम एतबार 
क्या वही सुख की आयु है बढाता !

वक़्त ही सब कुछ क्या समय क़े साथ 
जो हमारे दुःख की उमर है घटाता !!

वक़्त कभी भी होता नहीं बुरा  
उसे बुरा वक़्त हम ख़ुद बनाते है !

अपने ही गलती को छुपाते हुए 
अपने-आप को ही य़ू बहलाते है !!

वक़्त नहीं है कभी किसी से ऐसे कतराता !
किसी को आता देख,राह नहीं छोड़ जाता !!

वक़्त पर क्यों कर रहे तुम   इतना एतबार !
क्या पता कल ये करने लगे हमसे ही प्यार !! 

5 comments:

  1. अच्छी रचना
    यह भी ठीक ही है कि वक्त को हम ही अच्छा या खराब बनाते हैं
    आपका ब्लॉग अच्छा लगा..फॉलो भी कर लिया है...
    आप भी जरूर आइए....
    http://veenakesur.blogspot.com/

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  2. शुभागमन...
    'नये ब्लाग लेखकों के लिये उपयोगी सुझाव' लेख नीचे प्रस्तुत लिंक के द्वारा नजरिया ब्लाग में अवश्य देखें । धन्यवाद सहित...
    http://najariya.blogspot.com

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  3. इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी ब्‍लॉग जगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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